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Monday, December 17, 2018

पुर्तगालियों का भारत -Portuguese of India

पुर्तगालियों का भारत में प्रवेश
Portuguese of India


- पुर्तगालियों का भारत आने का उद्देश्य - व्यापार करना था।
- भारत पहुंचने का समुद्री मार्ग खोजने वाले यह पहले विदेशी थे।
- 1487 में भारत के लिए यूरोप से एक समुद्री मार्ग ’’ केप ऑफ गुड होप/आशा अंतरीप ’’ की खोज पुर्तगाली व्यक्ति        बार्थोलोम्यूडियाज  ने किया था।
- 1498 में वास्कोडिगामा इसी मार्ग से भारत के पश्चिमी तट पर स्थित केरल के कालीकट बंदरगाह पर पहुंचा।
- वास्कोडिगामा समुद्री मार्ग से भारत पहुंचने वाला पहला विदेशी (यूरोपीय) व्यक्ति था। इसलिए भारत के समुद्री मार्ग की खोज का श्रेय वास्कोडिगामा को दिया गया।
- 1498 में वास्कोडिगामा के भारत पहुंचने पर वहां के शासक जमोरिन ने उसका स्वागत किया था।
- 1498 में वास्कोडिगामा के भारत पहुंचने के समय भारत का शासक सिकंदर लोधी था।
- पुर्तगालियों द्वारा भारत में स्थापित की गई पहली कोठी - कोचीन (कोच्ची), 1500 ई. में।
- पुर्तगालियों द्वारा कोचीन में स्थापित इस कोठी को हिन्दू शासक जमोरिन के दबाव के कारण बाद में बंद कर दिया गया।
- भारत में पुर्तगालियों की प्रारंभिक राजधानी - कोचीन थी।
- भारत में पुर्तगालियों का प्रथम लक्ष्य - भारत के मसाले बाजार में कालीमिर्च पर अपना एकाधिकार करना था।
- पुर्तगालियों द्वारा भारत में स्थापित की गई अन्य व्यापारिक कोठियाँ - कालीकट (1500 में), गोवा (1510 में), सूरत (1510 में), हुगली, दमन दीव थी।
- भारत आने वाला प्रथम पुर्तगाली वायसराय - फ्रांसिस्को द अल्मेड़ा (1505 में)।
फ्रांसिस्को द अल्मेड़ा भारत में 1505 से 1509 ई. तक वायसराय रहा।
- फ्रांसिस्को द अल्मेड़ा को भारत में ’’ ब्लू वाटर पॉलिसी का जनक ’’ कहा जाता है।
ब्लू वाटर पॉलिसी का उद्देश्य - हिंद महासागर में पुर्तगालियों का प्रभुत्व स्थापित करना था।
- 1509 में अल्फांसों द अल्बुकर्क दूसरा पुर्तगाली वायसराय बनकर भारत आया।
- अल्बुकर्क के भारत आगमन के समय विजयनगर साम्राज्य में महाराजा कृष्णदेव राय का शासन था।
- अल्बुकर्क ने महाराजा कृष्णदेव राय को घोड़े बेचा था।
- अल्बुकर्क ने कोचीन में दुर्ग बनवाया था।
- अल्बुकर्क ने 1510 में बीजापुर के शासक यूसुफ आदिलशाह से गोवा छीनकर, उस पर पुर्तगाली अधिकार जमाया।
- अल्बुकर्क ने गोवा पर अधिकार के द्वारा भारत के दक्षिण पश्चिमी समुद्री तट पर पुर्तगाली नौसैनिक प्रभुत्व स्थापित किया।
- अल्बुकर्क ने विजयनगर साम्राज्य से मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित किया था।
- अल्बुकर्क ने भारत में पुर्तगालियों की जनसंख्या बढ़ाने के लिए पुर्तगालियों का भारतीय महिलाओं से विवाह को प्रोत्साहन दिया।
- अल्बुकर्क को भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक माना जाता है।
- अल्बुकर्क भारत में 1509 से 1515 ई. तक वायसराय रहा।
- 1515 में अल्बुकर्क की गोवा में मृत्यु हुई तथा इसकी गोवा में ही समाधि बनायी गयी।
- भारत में पुर्तगालियों की राजधानी, सत्ता व संस्कृति का महत्वपूर्ण केंद्र - गोवा।
- भारत में प्रारंभ में पुर्तगालियों की राजधानी कोचीन थी।
भारत में पुर्तगालियों की राजधानी को 1530 में, गोवा स्थानांतरित किया गया।
- भारत में पुर्तगाली वायसराय ’’ निन्नो डि कुन्ना ’’ के कार्यकाल में गोवा को 1530 में राजधानी बनाया गया।
- भारत में पुर्तगाली वायसराय ’’ मार्टिन अल फ्रांसिस डिसूजा ’’ के कार्यकाल में प्रसिद्ध कैथोलिक ’’ सेंट फ्रांसिस जेवियर ’’ का गोवा आगमन हुआ था।
- पुर्तगालियों ने 1518 में कोलंबों तथा मलक्का में व्यापारिक कारखाने स्थापित किये।

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